Channdrayaan- 3  सल्फर खोलेगा चाँद की उतपत्ति का रहस्य ? रोबर प्रज्ञान ने घूम घूम कर किया डांस। शानिवर को लॉन्च किया जाएगा आदित्य एल 1

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Channdrayaan- 3

 सल्फर खोलेगा चाँद की उतपत्ति का रहस्य ?

रोबर प्रज्ञान ने घूम घूम कर किया डांस।

शानिवर को लॉन्च किया जाएगा आदित्य एल 1

चन्द्रयान 3 की लगातार रिसर्च कर चाँद की सतह पर नित नई जानकारी दे रहा है। अब उसने एक बार फिर सल्फर की पुष्टि की है। चाँद की सतह पर सल्फर का मिलना वास्तव में बड़ी खोज है। पेलोड अल्फा पार्टिकल एक्सपेट्रोमीटर से यह खोज हुई है। अब यह पता लगाना है कि चाँद की सतह पर सल्फर आया कहाँ से था। इस खोज से चाँद की उपत्ति का रहस्य भी खुल सकता है। चन्द्रयान के अन्य उपकरण यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।  इधर इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने गुरुवार रात रोवर प्रज्ञान का एक नया वीडियो जारी किया है.  इस वीडियो में प्रज्ञान किसी नटखट बच्चे की जगह चांद की सतह पर मौज-मस्ती करता नजर आ रहा है. इस वीडियो में प्रज्ञान गोल-गोल घूमता हुआ नृत्य करता नजर आ रहा है। मगर वह नृत्य नही कर रहा है, बल्कि अपने आगे की खोज के लिए सुरक्षित रास्ता तलाश रहा है। चाँद की धरती पर प्रज्ञान के इस मस्ती भरे अंदाज को लोग खूब पसंद कर रहे हैं।

अंतरीक्ष में एल 1 बिंदु पर पहुचने वाला तीसरा देश बन जाएगा भारत 
चन्द्रयान के बाद अब आदित्य एल 1 की उड़ान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। शानिवर को लॉन्च कर दिया जाएगा। आदित्य को अपने लक्ष्य तक पहुचने में 120 दिन लगेंगे। सूर्य अध्ययन के लिए अभी तक कई मिशन  जा चुके हैं, लेकिन अंतरीक्ष में एल 1 जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और यूरोपीय स्पेस एजेंसी के उपग्रह ही प्रक्षेपित हो पाए हैं। इन दो देशों के बाद एल 1 बिंदु से सूर्य का अध्ययन करने वाला तीसरा देश बन जाएगा। इस मिशन की सफलता के बाद भारत सूर्य का डेटा जुटाने में आत्म निर्भर हो जाएगा। सूर्य का डेटा प्राप्त करने के लिए अभी तक हम दूसरे देशों पर निभर्र हैं।
दुनिया के लिए रक्षक साबित होगा आदित्य
सूर्य पर होने वाले विस्फोटों से उच्च ऊर्जावान कण भारी मात्रा में छिटकते हैं, जिनसे उठने वाले बड़े सौरतूफान न केवल पृथ्वी के इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नुकशान पहुचा सकते हैं, बल्कि वर्तमान मे अन्तरीक्ष में घूम रहे हमारे सैटेलाइट पर सौर तूफानों से बड़ा खतरा हो सकता है।  हमारी हवाई सेवाओं की संचार व्यवस्था को भी बाधित कर देते हैं।  पृथ्वी की ओर आने वाले भू- चुम्बकीय सौर तूफानों का समय रहते पता चलना बहुत जरूरी है और यह जानकारी देने में आदित्य एल 1 महत्वपूर्ण काम करेगा।
आदित्य एल 1 सात अत्यधुनिक उपकरणों को साथ लेकर जाएगा। जिनमें दृष्यमान उत्सर्जन रेखा कोरोनोग्राफ,  सौर पैरा बैगनी इमेजिंग टेलीस्कोप, सौर निम्न ऊर्जा एल1 एक्सरे स्पेक्ट्रोमीटर, उच्च ऊर्जा एल 1 कक्षीय एक्सरे स्पेक्ट्रोमीटर, आदित्य सौर पवन कण प्रायोग, आदित्य प्लाज़्मा विश्लेषण पैकेज व उन्नत त्रि अक्षीय उच्च रिज़्यूलेसन डिजिटल मैग्नोमीटर शामिल हैं।
श्रोत व फोटो:  इसरो व एरीज।

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