सूर्य की सतह पर बड़े विस्फोट की संभावना
सूर्य फिर से सक्रिय हो चला चला है। एक बड़ा सन स्पॉट सामने की तरफ आगे बड़ रहा, जिसमें बड़ा विस्फोट हो सकता है और भू चुंबकीय तूफान धरती की ओर आ सकता है। बहरहाल सात सन स्पॉट ग्रुप सूर्य की सतह पर बने हुए हैं। इससे पहले एम क्लास की ज्वाला सूर्य की सतह से शुक्रवार को निकली थी, जबकि इससे पहले सी क्लास की दर्जनभर से अधिक ज्वालाएं भड़की। इधर मंगलवार को सैटेलाइट सेवा प्रभावित हुई । जिस कारण टेलीविजन प्रसारण कुछ देर के लिए बाधित रहे।
सूर्य के सामने की तरफ आ रहा है बड़ा सन स्पॉट
सामने की तरफ आ रहे सन स्पॉट 3112 है। नासा ने भी इस सन स्पॉट से बड़ी सोलर फ्लेयर यानी ज्वाला की संभावना जताई है। साथ ही आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज ) के वरिष्ठ सौर वैज्ञानिक व पूर्व निदेशक डा वहाबउद्दीन ने भी इससे बड़ी ज्वाला की संभावना व्यक्त की है। डा वहाब के अनुसार यह सन स्पॉट ग्रुप किनारे पर था तो इसके बड़े होने के संकेत नजर आ रहे थे और अब यह काफी आगे आ चुका है तो इसका आकार साफ तौर पर बड़ा आकार ले चुका है। यह दायरा लाखों किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। एरीज के वैज्ञानिकों की टीम इस पर नजर रखे हुए है।
इन दिनों सूर्य के कई हिस्सों में फैले हैं सन स्पॉट
डा वहाबउद्दीन ने बताया कि 25वें सोलर साइकिल में सूर्य अब तेजी से सक्रिय होने लगा है। इन दिनों सात सन स्पॉट ग्रुप सूर्य की सतह पर बने हुए हैं, जो सूर्य के कई हिस्सों में फैले हुए हैं, लेकिन सन स्पॉट 3112 का दायरा काफी बड़ा है, बल्कि इसमें से बड़ी ज्वाला उठने की आशंका सर्वाधिक है। मगर इसमें घबराने जैसी कोई बात नही है। सूर्य की सतह पर बड़ी बड़ी ज्वालाओं का उठना सामान्य बात है, लेकिन इनसे निकलने वाले भू चुंबकीय सौर तूफान जरूर सैटेलाइट सेवाओं को प्रभावित कर सकते हैं। हमारे कोई सैटलाइट बाधित ना हो सके, इसलिए सौर वैज्ञानिक निरंतर इन पर जाकर रखते हैं।
चार दिन पहले हुए थे कई छोटे विस्फोट
शुक्रवार को 24 घंटे के दौरान दर्जन भर से अधिक सी क्लास के विस्फोट सूर्य की सतह में हो चुके थे , जिनमें एम 1 क्लास की बड़ी ज्वाला निकली थी। डा वहाब ने बताया कि एरीज के पास टावर सोलर टेलेस्कोप है, जो सूर्य पर हो रही गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं। इस दूरबीन के जरिए कई बड़ी से बड़ी ज्वालाओं को देख चुके है और 2003 ने 28 अक्टूबर को निकली ऐतिहासिक ज्वाला को भी कैद कर चुके हैं।
आज प्रभावित हुआ टेकेविजनों का प्रसारण
इधर आज मंगलवार 4 अक्टूबर 2022 को दिन के समय लोगों के टेलीविजन सेट के चैनलों का प्रसारण अचानक बंद हो गया। इस दौरान टीवी में संदेश आया कि सूर्य और अर्थ के बीच में सैटेलाइट आ जाने से प्रसारण नहीं हो सका। सैटलाइट के बीच में आने की यह घटना साल में दो बार आती है। मगर एरीज के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा शशिभूषण पांडेय ने बताया कि यह सैटलाइट का युग है। हमारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सैटेलाइट सैटलाइट पर ही निर्भर होते हैं और सौर हवाएं इन्हे अक्सर प्रभावित करती रहती हैं। बहरहाल आज टेलीवजनों का प्रसारण का रुक जाना सामान्य सी बात है। जिसके कारण का संदेश टेलेविजनों में दिया गया था।
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श्रोत: आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) and spaceweather.com
फोटो: SDO/HMI
Journalist Space science.
Working with India’s leading news paper.
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