बृहस्पति से बड़े चार एक्जोप्लेनेट का वीडियो
पृथ्वी के समान एक अदत नई धरती की खोज में तमाम स्पेस एजेंसी निरंतर प्रयासरत हैं। अब चार नए बाहरी ग्रह यानी एक्जोप्लेनेट के खोज के 15 साल बाद उसका वीडियो बन सका हैं। वीडियो के जरिए इस बाहरी सौर मंडल को आसानी से समझा जा सकता है। इस सौर मंडल के ग्रह पृथ्वी से कई गुना बड़े हैं और अपने तारे की परिक्रमा कर रहे हैं। यह चारों ग्रह अपने तारे से लगभग सैकड़ों प्रकाश वर्ष दूर से चक्कर लगाते हैं। इस तारे का नाम HR8799 है। वीडियो में एक्सोप्लैनेट्स को अपने तारे की परिक्रमा करते केली केसर व्हिट ने तीन दिन पहले जारी किया है।
500 साल लग जाते हैं तारे की परिक्रमा पूरी करने में
यह तारा पहली बार केक वेधशाला से 2008 में देखा गया था। तब इसकी पहली तस्वीर ली गई थी। एक्स्ट्रासोलर सिस्टम परिवार का यह तारा तभी से चर्चाओं में आ गया था और इसके बारे में खोजबीन शुरू हो गई थी। सात साल का डेटा कलेक्ट करने के बाद 2015 में पहला वीडियो बनाया। इस बाहरी सौर मंडल में तारे के सबसे नजदीकी ग्रह को अपने तारे का एक चक्कर पूरा करने में 45 पृथ्वी वर्ष लग जाते हैं, जबकि दूर के ग्रह को 5 सौ साल लग जाते हैं।
सूर्य से पांच गुना अधिक रोशनी देता है इसका सूर्य
एक मानव टाइमस्केल पर एक्सोप्लैनेट का यह तारा और इसके ग्रह केवल 3 करोड़ वर्ष पुराने हैं, जबकि हमारे सूर्य की आयु 4.6 अरब वर्ष से अधिक हो चुकी है। तारा HR8799 अभी युवा है। यह सूर्य से 1.5 गुना भारी है और लगभग 5 गुना अधिक चमकदार है। यानी सूर्य से कई गुना अधिक रोशनी देता है।
टाइम लेप्स है ये वीडियो
खगोलीय घटनाएँ या तो बहुत जल्दी घटित हो जाती हैं या फिर बहुत धीमी गति से घटित होती हैं । जिस कारण फिल्म में कैद नहीं किया जा सकता। लेकिन यह वीडियो ग्रहों को मानव कालक्रम पर चलते हुए दिखाता है। खगोलविद वांग कहते हैं कि मुझे आशा है कि यह वीडियो लोगों को कुछ अद्भुत आनंद देगा। टाइम लैप्स वीडियो वैज्ञानिक दृष्टि से कुछ हासिल नहीं होता है। लेकिन इससे दूसरों को यह समझने में मदद मिलती है कि यह सोलर सिस्टम किस तरह का हैं। इस वीडियो में विज्ञान की बारीकियों को शब्दों से समझाना मुश्किल हो सकता है। लेकिन विज्ञान को क्रिया में दिखाने से दूसरों को इसके महत्व को समझने में मदद मिलती है।
12 साल लग गए यह वीडियो बनाने में
इस वीडियो को बनाने में 12 साल लग गए। यह इनमें से किसी भी दूरस्थ दुनिया के लिए वास्तविक वर्ष का केवल एक हिस्से को दर्शाता है। समूह में सबसे तेज़ तारे को एक परिक्रमा करने में 45 पृथ्वी-वर्ष लेता है। सबसे दूर वाले का एक वर्ष 500 पृथ्वी-वर्ष के बराबर होता है।
श्रोत: अर्थस्काई
फोटो :जेसन वैंग/ नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी ।
Journalist Space science.
Working with India’s leading news paper.
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