मंगल की रहस्यमय जलवायु का होगा पर्दाफाश
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मंगल मिशन का एक महत्वपूर्ण कार्य लाल ग्रह की पूर्व में रही जलवायु का पता लगाना है। झील व नदियों के सूखने के पीछे किस तरह की जलवायु रही होगी। वर्तमान जलवायु शुष्क व शीत में कैसे बदल गई, यह बेहद महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाना है और अच्छी बात यह है कि इस रहस्य का खुलासा जल्द होने की उम्मीद नासा के वैज्ञानिकों ने जताई है। नासा के पर्सवेरेंस मार्स रोवर द्वारा भेजी गई तस्वीरें इस राज को उजागर करने मे मददगार होंगी। मंगल के जेजेरो क्रेटर में नई खोज के बाद जलवायु से संबंधित कई जानकारी हासिल होंगी।
पिछले साल की तस्वीरें कर रही खुलासा
नासा के पर्सवेरेंस मार्स रोवर ने पिछले साल जेज़ेरो क्रेटर के सतह पर मौजूद रोशेट नामक पर्वत की फोटो ली। रोबर ने यह तस्वीर अपने खुद के साथ यानी सेल्फी के रूप में कैमरे में कैद की।
जेज़ेरो क्रेटर की सतह ज्वालामुखीय चट्टानों की
इस तस्वीर से पता चला कि जेज़ेरो क्रेटर की सतह ज्वालामुखीय चट्टानों से बना है जो पानी के साथ परस्पर क्रिया करते हैं। यह हैरत में डालने वाली जनवरी थी। वैज्ञानिकों को तब आश्चर्य हुआ जब जेजेरो क्रेटर के फर्श पर चट्टानों की जांच शुरू करनी शुरू की। इस क्रेटर में अरबों साल पहले एक झील मौजूद थी। साथ ही यह पता भी चला कि इसकी सतह दो प्रकार की आग्नेय चट्टान से बना है । जिसमें एक मैग्मा से गहरे भूमिगत बनता है, दूसरा सतह पर ज्वालामुखी गतिविधि से बनता है।
चार शोधपत्रों ने का सामूहिक विवरण
तीन दिन पहले 25 अगस्त को चार नए शोध पत्रों में इसके निष्कर्षों का वर्णन किया गया है। विज्ञान पत्रिका के अप्रैल 2022 में जेज़ेरो के प्राचीन नदी डेल्टा में आने से पहले क्रेटर की सतह का विवरण विस्तार मे दिया गया है। पत्रिका में एक दूसरे अध्ययन में विशिष्ट चट्टानों का विवरण दिया गया है , जो मैग्मा के मोटे शरीर से बनते प्रतीत होते हैं। साइंस एडवांस में प्रकाशित अन्य दो पेपर, पर्सवेरेंस के रॉक-वाष्पीकरण लेजर और ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार द्वारा स्थापित किए गए अनूठे तरीकों का विवरण हैं। जिसमें आग्नेय चट्टानें क्रेटर की जमीन के बारे में बताया गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार लालग्रह पर मौजूद आग्नेय चट्टानें मंगल के अतीत के समय की सटीक जानकारी देने में सक्षम हैं।
क्या कहते हैं खगोलविद
वैज्ञानिक कहते हैं कि उन्होंने जिन आग्नेय चट्टानों को एकत्र किया है, उससे पता चलेगा कि झील जेज़ेरो में कब मौजूद रही होगी। हाल ही में आग्नेय क्रेटर सतह पर चट्टानों की तुलना में अधिक था। साथ ही कहते है कि मंगल ग्रह की जलवायु ग्रह की सतह पर झीलों और नदियों के लिए अनुकूल कब रही होंगी। इसके आलावा लाल ग्रह की ठंडी व शुष्क जलवायु किन परिस्थितियों में कब बदल गई। इन सब महत्त्वपूर्ण जानकारियों का पता चल जाएगा।
नासा के दोनो रोवर हैं कामयाब
नासा के क्यूरियोसिटी के बाद पर्सवेरेंस मंगल के बारे में जानकारी जुटाने में वरदान साबित हुए हैं। मंगल की जमीन से आसमान तक अनेक तस्वीरें यह दोनो भेज चुके हैं। जिनसे मंगल के बारे में कई महत्त्वपूर्ण जानकारी धरतीवासियों को मिली है।
श्रोत, नासा साइंस न्यूज
श्रेय: NASA/JPL-कैल्टेक/MSSS. छवि
Journalist Space science.
Working with India’s leading news paper.
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