एरीज बनेगा देश का पहला एस्ट्रोहब  

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एरीज बनेगा देश का पहला एस्ट्रोहब  

आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज देश का पहला एस्ट्रोहब बनने जा रहा है। हल्द्वानी, नैनीताल व देवस्थल में कई खगोलीय यंत्रों समेत बहुआयामी सुविधाएं जुटाने जा रहा है। एस्ट्रोहब बन जाने के बाद हर कोई एरीज से न केवल ब्रह्माण्ड दर्शन कर सकेगा, बल्कि ग्रह नक्षत्रों समेत खगोलीय रहस्यों को समझ सकेगा। देश विदेश से नैनीताल की सैर पर आने वाले सैलानी ब्रह्माण्ड दर्शन कर सकेंगे। एस्ट्रोहब स्कूली बच्चों के करियर संवारने में बेहद मददगार होगा।

नैनीताल के मनोरा पीक में खुलेगा विजिटिंग सेंटर

एरीज के मनोरा पीक में सैलानियों के भ्रमण के लिए मांग शुरू से ही रही है। मगर कुछ सीमित दिनों में ही सैलानियों को प्रवेश दिया जाता है। मगर अब ऐसा नहीं होगा। प्रस्तावित विजिटिंग सेंटर सातों दिन सैलानियों के लिए खुला रहेगा। जिसमें एरीज के खगोल वैज्ञानिक विजीटर्स को दूरबीनों से ग्रह नक्षत्रों तारों समेत अन्य खगोलीय पिंडों से अवगत कराएंगे। साथ ही अनेक रहस्यों की जानकारी भी देंगे। इसके अलावा प्लेनेटेरियम में ब्रह्माण्ड से संबंधित डॉक्यूमेंटरी दिखाई जाएगी। ताकि विजीटर्स आसानी से ब्रह्माण्ड का संचालन समझ सकें।

हल्द्वानी से सूर्य का होगा विश्लेषण और खुलेगा एस्ट्रो पार्क

हल्द्वानी के सर्वप्रथम सोलर डेटा साइंस सेंटर स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। इस केंद्र में इसरो द्वारा प्रस्तावित आदित्य एल 1 से सूर्य की गतिविधि को लेकर जुटाए जाने वाले डेटा का विश्लेषण किया जाएगा। यह अध्ययन करने का अवसर प्रदेश के ही नहीं बल्कि देशभर के भौतिक विज्ञान के छात्रों को मिलेगी। फिलहाल इसरो आदित्य एल 1 को जुलाई में लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इसके लावा एस्ट्रो पार्क बनाने जा रहा है। यहां से आमजन खगोल की दुनिया को जान पाएंगे और ब्रह्माण्ड के रहस्यों को समझ पाएंगे। प्लेनिटेरियम, टेलिस्कोप, म्यूजियम समेत कई आधुनिक खगोलीय सुविधाएं जुटाई जाएंगी। स्कूली बच्चों के लिए खगोलीय ज्ञान जुटाने का यह सुनहरा अवसर होगा।

देवस्थल में बनेगा साइंस सेंटर

एरीज के देवस्थल में साइंस सेंटर खोलने की तैयारी की जा रही है। इस सेंटर से खगोल विज्ञान की बारीकियों को समझने का मौका मिलेगा। दरसल यह स्थान खगोलीय अध्ययन के लिए देश में ही नही, बल्कि विश्व में खास स्थान रखता है। एशिया की सबसे बड़ी ऑप्टिकल दूरबीन यहीं है और चार मीटर की लिक्विड दूरबीन भी देव स्थल में स्थापित की गई है। साथ ही एक सौ सेमी की ऑप्टिकल दूरबीन की सुविधा भी यहां उपलब्ध है।

खगोल विज्ञान के प्रति बढ़ेगी जागरूकता 

एरीज के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी डा बृजेश कुमार का कहना है कि एस्ट्रोपर्क से लोगों में खगोल के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। इस दिशा में यह एरीज बड़ा प्रयास होगा। साथ ही मनोरा पीक स्थित एरीज में स्टार विजिटिंग सेंटर बनाने जा रहा है। इसके लिए एरीज स्थित साइंस सेंटर को रेन्युवेट किया जाएगा।

संवरेगा बच्चों का भविष्य 

एरीज के निदेशक प्रो दीपांकर बनर्जी का कहना है कि एरीज द्वारा किए जा रहे प्रयास में युवाओं को एस्ट्रोनॉमी के क्षेत्र में भविष्य संवारने का है। एस्ट्रोपार्क हो या स्टार विजिटिंग से युवाओं को बहुत कुछ सीखने का मौका मिल पाएगा।

श्रोत: एरीज।

फोटो: एरीज।


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