पलक झपकने जितना ये नजारा दुर्लभ से भी दुर्लभ घटना है
पलभर के लिए ही सही, आसमान में विलक्षण नजरों की कमी नहीं, जो पलक झपकते हैं और अलविदा कह जाते हैं। एक ऐसा ही नजारा 27 मार्च की रात को इटली में देखने को मिला। लाल घेरे में घिरा यह दृश्य बेपनाह खूबसूरत था, जो पलक झपकते ही गायब हो गया। मगर फोटोग्राफर की कैमरे की नजर से बच न सका और कैमरे में कैद हो गया। सौभाग्य से फोटोग्राफर का कैमरा उसी दिशा में था और क्लिक के तैयार था और वह हो गया, जिसकी उसे कल्पना भी नहीं थी। अगले ही वह सुंदर नजारा कैमरे में कैद हो चुका था।
विद्युत चुम्बकीय पल्स स्रोत कहते हैं इसे
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक “ईएलवीई” यानी विद्युत चुम्बकीय पल्स स्रोत। जो प्रकाश के उत्सर्जन और बहुत कम आवृत्ति के कारण उत्पन्न होती है। यह एक तरह से प्रकाश में गड़बड़ी के कारण होती है। सबसे पहाकर्ले 1990 में अंतरिक्ष यान पर लगे कैमरों द्वारा इसकी खोज हुई। यह स्प्राइट लाइट की एक दुर्लभ प्रजाति है। वाल्टर बिनोटो द्वारा ली गई यह तस्वीर जमीन से अभी तक की ली गई सबसे अच्छी तस्वीर हो।
27 मार्च की है ये घटना
पिछले सोमवार, 27 मार्च की रात कुछ मिलीसेकंड के लिए, मध्य इटली के ऊपर आकाश में प्रकाश का एक विशाल लाल वलय दिखाई दिया। वाल्टर बिनोटो ने इतालवी आल्प्स की तलहटी में छोटे से शहर पोसाग्नो से इसकी तस्वीर कैद कर ली।
तूफान में उत्पन्न होती है ये बिजली
बिनोटो कहते हैं, “ईएलवीई मेरे से लगभग 285 किमी दक्षिण में एंकोना के पास एक तूफान में तीव्र बिजली से उत्पन्न हुई थी। इसका एक बोल्ट इतना मजबूत था कि इसने एक तीव्र इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स (ईएमपी) उत्पन्न किया और लाल वलय ने उस स्थान को चिह्नित कर दिया। इस घटना में EMP पृथ्वी के आयनमंडल से टकराता है। जिसमें सामान्य बिजली के बोल्ट में 10 से 30 किलो-एम्पीयर करंट होता है और यह बोल्ट सामान्य से लगभग 10 गुना ज्यादा मजबूत था।
श्रोत व फोटो: अर्थ स्काई।
Journalist Space science.
Working with India’s leading news paper.
और अधिक जानें