खत्म हुआ नासा इनसाइट का मंगल की धरती पर सफर

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खत्म हुआ नासा इनसाइट का मंगल की धरती पर सफर

नासा के इनसाइट मार्स लैंडर का लाल ग्रह मंगल का सफर समाप्त हो गया है। इनसाइट को मंगल की लाल धरती पर भले ही तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ा हो, लेकिन नासा समेत पृथ्वी के वैज्ञानिकों के लिए इनसाइट सदा रहेगा। मंगल पर की तमाम खोज को कभी भुला न पाएंगे। इनसाइट मिशन से दुनिया के कई देशों के वैज्ञानिक जुड़े हुए थे। इस मिशन का मंगल पर चार वर्ष का सफर रहा। इस बीच पृथ्वी पर दुनिया कोविड से त्रस्त थी और काम काज ठप थे, लेकिन इनसाइट अपने काम को निरंतर अंजाम दे रहा था। इनसाइट ने धरती वासियों के मंगल धरती के द्वार खोलने का, जो काम किया उसे भुलाया नही जा सकेगा। बहरहाल नासा को न चाहते हुए भी इस अदभुत मिशन को अलविदा कहना पड़ा है। गत दिवस नासा ने इसके रिटायर होने की औपचारिक घोषणा की।

5 मई 2018 को लॉन्च किया गया।

26 नवंबर 2018 को उतारा मंगल की धरती पर।

 15 दिसंबर 2022 को आंखरी बार संपर्क।

23 दिसंबर 2022 को नासा ने रिटायरमेंट की घोषणा की।

वैज्ञानिकों ने कहा दुखद है इनसाइट को अलविदा कहना

वाशिंगटन स्थित नासा के विज्ञान मिशन निदेशालय के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर थॉमस ज़ुर्बुचेन ने इनसाइट के रिटायरमेंट को लेकर कहा कि मैंने इस मिशन के लॉन्च और लैंडिंग को करीब से देखा है। जिस कारण अंतरिक्ष यान को अलविदा कहना बेहद दुखद होता है। यह मिशन के उनके लिए कोई के समान था। इस मिशन ने डिस्कवरी प्रोग्राम मिशन के अकेले भूकंपीय डेटा न केवल मंगल ग्रह बल्कि पृथ्वी सहित अन्य चट्टानी निकायों में जबरदस्त अंतर्दृष्टि प्रदान की हैं।

मंगल धरती आंतरिक संरचना का भेद खोलना इनसाइट का काम था

इनसाइट का काम मंगल की धरती के भूगर्भ के भूकंपीय जांच करना था, जो उसने बखूबी किया। भूगणित और ऊष्मा परिवहन का उपयोग करके आंतरिक अन्वेषण किया। इनसाइट ने मंगल के गहरे आंतरिक भाग का अध्ययन करने के लिए निर्धारित किया गया था। लैंडर डेटा ने मंगल की आंतरिक परतों का भेद खोला। मंगल के विलुप्त चुंबकीय डायनेमो की सतह के नीचे आश्चर्यजनक अवशेष खोजे। मंगल के एक हिस्से पर मौसम की जानकारी हम तक पहुंचाई और बहुत सी भूकंप गतिविधियों के बारे में विवरण प्राप्त कर हम तक पहुंचाया।

मंगल पर 1319 भूकंपों का पता लगाया

इनसाइट में लगे अत्यधिक संवेदनशील भूकंपमापी उपकरण ने फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी सेंटर नेशनल डी’एट्यूड्स स्पैटियल्स (सीएनईएस) द्वारा की जाने वाली दैनिक निगरानी और ईटीएच ज्यूरिख द्वारा प्रबंधित मार्सक्वेक सेवा के साथ-साथ 1,319 भूकंपों का पता लगाया। जिसमें उल्कापिंड के मंगल में प्रभाव के कारण आए भूकंप भी शामिल हैं। साथ ही मंगल पर गिरे सबसे बड़े एस्टीरॉयड यानी पत्थर का पता लगाया। यह घटना पिछले साल के अंत में हुई थी।

सेल्फी लेकर भेजता था इनसाइट

इनसाइट का लैंडर अपनी सेल्फी लेकर भेजता था। जिससे वैज्ञानिकों को इसकी स्थिति का पता चलता था। शुरुवात में भेजी गई सेल्फी की तुलना में 2018 में ली गई सेल्फी में इस पर मंगल की धूल की परत चढ़न शुरू हो गईथी। इसके बाद धूल की परत इसके पैनल में चढ़ती चली गई। जिस कारण धूल भरे सौर पैनल की क्षमता कम होती चली गई। इसके बाद भुजारूपी रोबोटिक पैनल ने मई 2022 में काम करना काफी हद तक कम कर दिया और वह विराम की स्थिति में आ गया।

सौर ऊर्जा से चलने वाली बैटरियां ने काम करना बंद कर दिया

दक्षिणी कैलिफोर्निया में एजेंसी की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) में मिशन नियंत्रक ने लगातार दो प्रयास किए। मगर लैंडर से संपर्क करने में असमर्थ रहे। , जिससे उन्हें यह निष्कर्ष निकालना पड़ा कि अंतरिक्ष यान की सौर ऊर्जा से चलने वाली बैटरियां ऊर्जा से बाहर हो गई हैं ।

अपने मिशन में खरा उतरा इनसाइट

इनसाइट अपने नाम और काम दोनों पर खरा उतरा, बल्कि उम्मीद से भी काम कर गया। इसने मंगल पर एक वैज्ञानिक के रूप में अध्ययन किया। वैज्ञानिकों ने कहा कि इसका काम देखना रोमांचकारी रहा है । नासा ने लैंडर से जुड़े दुनिया भर के वैज्ञानिकों की पूरी टीम को धन्यवाद किया और कहा कि इनसाइट की विरासत सूचना देने और प्रेरणा देने के लिए हमेशा ज़िंदा रहेगी।

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श्रोत: नासा

फोटो:नासा


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