नासा ने की खाक होते तारे की आश्चर्यजनक खोज

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नासा ने की खाक होते तारे की आश्चर्यजनक खोज 

नासा ने ब्लैक होल द्वारा खाक होते तारे की आश्चर्यजनक खोज की है। यह एक भटका तारा था और ब्लैक होल के करीब जा पहुंचा। नासा ने कई दूरबीनों के जरिए इस तारे को देखा व अवलोकन किया, तब पता चला कि ब्लैक होल तारे के अवशेष को अलग कर रहा है। यह तारा ब्लैक होल के बेहद नजदीक जा पहुंचा था। जिस अकाशगंगा के केन्द्र में यह खोज हुई, वह आकाशगंगा पृथ्वी से लगभग 250 मिलियन प्रकाश-वर्ष स्थित दूर है। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार यह अब तक देखे गए तारे को नष्ट करने वाली पांचवी घटना है, जो पृथ्वी के सबसे नजदीकी घटना है।

इस तरह था घटनाक्रम

इस घटना में ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण से तारा पूरी तरह से टूट गया था। खगोलविदों ने ब्लैक होल के चारों ओर उच्च-ऊर्जा एक्स-रे प्रकाश में एक अलग घटनापूर्ण/ नाटकीय स्थिति देखी गई । जिसमें जैसे ही तारे की सामग्री बेहिसाब खींची जा रही है और उसने ब्लैक होल के ऊपर एक कोरोना बना दिया। कोरोना किसी भी तारे का बाहरी वातावरण होता है। जिसका तापमान तारे की सतह से कहीं अधिक होता है। हमारे सूर्य का भी कोरोना होता है। बहरहाल यह ब्रह्माण्ड की बड़ी व आश्चर्यजनक घटना थी।

घटना से ब्लैक होल के व्यवहार का पता चलता है।

इस घटना को लेकर वैज्ञानिको का कहना है कि इस खोज से किसी जटिल ब्लैक होल के व्यवहार को समझने में मदद मिल सकती है। ये ख़ोज एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में प्रकाशित हो चुकी है। इस घटना के अवलोकन से पता चलता  है कि कैसे एक ब्लैक होल किस तरह एक तारे का विनाश करता है। यह एक ज्वारीय विघटन घटना है। जिससे यह पता भी चलता है कि तारे की सामग्री का क्या होता है जो कि पूरी तरह से खाक होने से पहले ब्लैक होल के शिकंजे में आता है।

 गैस की लंबी नदी के आकार में परिवर्तित 

जब कोई तारा ब्लैक होल के बहुत करीब पहुंचता है, तो तीव्र गुरुत्वाकर्षण तारे को तब तक खींचेगा जब तक कि वह गर्म गैस की लंबी नदी नहीं बन जाता है। फिर वह गैस को ब्लैक होल के चारों ओर एक तरह से फैंट देता है और धीरे-धीरे ब्लैक होल की कक्षा में खींचा चला जाता है।

पहली एक मार्च 21 को देखी गई यह घटना

इस घटना को पहली बार 1 मार्च, 2021 को दक्षिणी कैलिफोर्निया में पालोमर वेधशाला स्थित ज़्विकी ट्रांसिएंट फैसिलिटी (ZTF) द्वारा देखा गया था। इसके बाद इसका अध्ययन NASA के नील गेहरल्स स्विफ्ट ऑब्जर्वेटरी और न्यूट्रॉन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (NICER) टेलीस्कोप द्वारा किया गया । फिर 300 दिनों के बाद नासा के NuSTAR ने सिस्टम का निरीक्षण करना शुरू किया। वैज्ञानिकों को तब आश्चर्य हुआ जब NuSTAR ने एक कोरोना का पता चला, जो गर्म प्लाज्मा का एक बादल दूर हो गया। कोरोना आमतौर पर गैस के जेट के साथ दिखाई देते हैं जो एक ब्लैक होल से विपरीत दिशाओं में जाते हैं। इस घटना में कोई जेट नहीं था। इसलिए यह घटना अप्रत्याशित नजर आती है।

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श्रोत व फोटो: NASA/JPL-कालटेक ।


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