अल्फा सेफेई तारा जगह लेगा ध्रुव तारे की
ब्रह्माण्ड में सबसे तेज गति से घूमने वाले तारा अल्फा सेफेई भविष्य में ध्रुव तारे की जगह ले सकता है। सेफेई आसमान के उत्तर दिशा में सेफियस द किंग तारामंडल का सबसे चमकीला सितारा है। अल्फा सेफेई हमारे सूर्य से 17 गुना अधिक चमकीला है। लाल दानव बनने लेकर वैज्ञानिकों की दिलचस्पी इस तारे के प्रति बढ़ गई है।
रातों को टिमटिमाते सितारों सितारों की दुनिया हमारी कल्पनाओं से बाहर है। ये सर्वशक्तिमान हैं। पृथ्वी जैसे संसार का संचालन इनके असीम बल से संभव है। अल्फा सेफेई तारा कई मायनों मे हमारे सूर्य से बिलकुल अलग है। यह हमसे 49 प्रकाशवर्ष दूर का चमकता सफेद तारा है ,जो सूर्य के द्रव्यमान से दोगुना है। इसकी चमक सूर्य से लगभग 17 गुना अधिक है। इसे ए क्लास सितारा माना जाता है। मगर खास बात यह है कि अब वह एक उपदानव के रूप में विकसित हो रहा है और अंत में लाल दानव बन जाएगा। इसकी मुख्य वजह इसके भीतर हाइड्रोजन की आंतरिक आपूर्ति अब कम होने लगी है। अल्फा सेफेई तेजी बेहद गति से घूमने वाला सितारा है। यह 246 किमी प्रति सेकेंड की गति से घूमता है, जबकि सूर्य की घूर्णन गति मात्र 2 किमी प्रति सेकेंड है। इसके तीव्र घूर्णन के परिणामस्वरूप अल्फा सेफेई चपटा दिखाई देता है। इस तारे को एल्डेरामिन के नाम से भी जाना जाता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि18 हजार ईसा पूर्व अल्फ़ा सेफ़ेई एक ध्रुव तारा रहा था और लगभग 5500 वर्ष बाद फिर से एक ध्रुव तारा बन जाएगा। जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने ऑप्टिकल इंटरफेरोमीटर दूरबीन से इसका अध्ययन किया है।
अंधेरी रात में अल्फा सेफेई को आसानी से देखा जा सकता है। यह उत्तर दिशा में रहने वाला तारा है। तारामंडल सेफियस का तारा है, जो सबसे अधिक चमक के साथ नजर आता है। ध्यान रहे सेफियस एक धुंधला तारामंडल है।
श्रोत व फ़ोटो: जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी।
Journalist Space science.
Working with India’s leading news paper.
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