जेम्स ने साफ की गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग प्रभाव की तस्वीर
ब्रह्मांड के गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग प्रभाव के रहस्य का अंधेरा अभी ठीक से छट नही पाया है। जिसे समझने के लिए खगोलविद प्रयासरत हैं। मगर JWST ने जो तस्वीरें उजागर की हैं, उनसे काफी हद तक यह रहस्य समझ आ जाएगा। पीईआरएलएस वैज्ञानिको ने वेब की तस्वीरों का गहन अध्ययन कर इस रहस्य का समझने का प्रयास किया है।
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने अब ऐसी तस्वीर कैमरे में उतारी है, जो प्रकाश के सिद्धान्त को विस्तृत रूप प्रदान करती है। यह गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग का प्रभाव है, जिस कारण यह अंतर आता है। प्राइम एक्स्ट्रा-गैलेक्टिक एरियाज़ फॉर रियोनाइजेशन एंड लेंसिंग साइंस (पीईआरएलएस) के वैज्ञानिकों ने इसका खुलासा किया है। यह खोज पेचीदा होने के बावजूद भौतिकी को नई दिशा प्रदान करती है।
इस गुत्थी को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने जेम्स वेब स्पेस टेलेस्कोप का सहारा लिया और लगभग 6.8 अरब साल पहले बनी एल गोर्डो आकाशगंगा क्लस्टर को निशाने में लिया गया। इस अध्ययन में जो देखने को मिला, वह चोंकाने वाला परिणाम था। जिसने आकाशगंगा के द्रव्यमान के चारों ओर प्रकाश को प्रभावित कर सीधे उनके पीछे दिखाई देने वाली वस्तुओं को बड़ा कर दिया था। इस आकाशगंगा समूह को ब्रह्मांड के जीवन में उस समय मौजूद सबसे बड़ा माना जाता है। हालाकि पूर्व में हबल ने भी एल गोर्डो की कुछ तस्वीरें लीं थी, लेकिन वह अधिक स्पष्ट नही थी। एरिज़ोना विश्वविद्यालय के ब्रेंडा फ़ायर के नेतृत्व में पीईआरएलएस टीम के वैज्ञानिकों ने गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग प्रभाव के समग्र प्रभाव पर प्रकाश डाला है। यह खोज वैज्ञानिकों की रुचि को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग को समझना सबसे ज्यादा जरूरी है। इस विषय पर वैज्ञानिको के बीच कई बार सामान्य चर्चा होते रही हैं। चर्चाओं के दौरान आइंस्टीन रिंग के नाम से जानी जाने वाली वस्तुओं की पर भी विचार होते रहे हैं।मगर नई तस्वीरों में महत्वपूर्ण बात यह देखने को मिली है कि 6.8 अरब साल पहले बनी एल गोर्डो आकाशगंगा क्लस्टर को अपने द्रव्यमान के चारों ओर प्रकाश को सीधे उनके पीछे दिखाई देने वाली वस्तुओं को बड़ा कर देती है।
जेम्स वेब स्पेस टेलेस्कोप को अस्तित्व में आये करीब सालभर का समय हुआ है और इसने ब्रह्माण्ड की जो सूरत दिखानी शुरू की है, वह खगोल विज्ञान को नई दिशा देने में अद्भुत कामयाब हुई है। जेम्स की तस्वीरें अविस्मरणीय हैं, जो एक रहस्य के साथ एक खोज उजागर करती है। गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग प्रभाव इसका ताजा उदाहरण है। बहरहाल गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग प्रभाव की बारीकियों को समझना अभी बाकी है।
श्रोत: पीईआरएलएस.
फोटो: JWST.
Journalist Space science.
Working with India’s leading news paper.
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