आसमान की सुंदरता में चार चांद लगा रहे पांच ग्रह

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आसमान की सुंदरता में चार चांद लगा रहे पांच ग्रह

तारों की अपनी निराली दुनिया है, तो उनके बीच चमकते ग्रह असमान की सुंदरता को हसीन बनाते हैं और दिसंबर का ही वो महीना होता है, जब ग्रहों की खूबसूरत दुनिया को वर्ष के 11 महीनों की तुलना में सबसे खूबसूरत पाते हैं। इन ग्रहों में सबसे चमकीले बृहस्पति और शुक्र है। इनके अलावा लाल ग्रह मंगल इन दिनों हमारे काफी करीब आ पहुंचा है, तो सांझ ढलने के कुछ देर बाद ही यह नजर आने लगा है। इनके अलावा एक और बुध ग्रह को देख सकते हैं तो दूसरी तरफ शनि ग्रह को भी आसानी से देखा जा सकता है। एक छोटी सी दूरबीन की मदद से शनि के छल्लों को बखूबी देखा जा सकता है।

बृहस्पति को देखना सबसे आसान

बृहस्पति देखना सबसे आसान है। यह सभी तारों से अधिक चमकीला है। यह सूर्यास्त के बाद दक्षिण में ऊंचाई पर नजर आ जाएगा। दिसंबर के अंत में आधी रात को अस्त होने लगेगा।

लाल ग्रह मंगल बिखेर रहा लालिमा

मंगल ग्रह को पूरी रात देखा जा सकता है। इन दिनों यह लाल बजाए आ रहा है साथ ही काफी चमक लिए होगा। मंगल कुछ दिन पहले अपोजिसन में था। जिस कारण सूर्यास्त के बाद ही नज़र आना शुरू हो जाता है। इसकी लालिमा के कारण इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। दूसरे तारों की तुलना में कहीं अधिक चमक के साथ इन दिनों आसमान में काफी के साथ अपना रंग दिखा रहा है।

टेलेस्कोप हो तो शनि के छल्लों को देखना न भूलें

शनि सूर्यास्त के बाद दक्षिण-पश्चिम आकाश में नीचा की ओर नजर आने लगेगा। यह सुनहरे रंग का नजर आ रहा है। साथ ही काफी चमक भी रहा है। अंधेरा बड़ने के बाद इसे ठीक से देखा जा सकता है। मगर इसे रात को अधिक समय तक नहीं देखा जा क्योंकि यह लगभग 10 बजे अस्त हो जाएगा और दिसंबर का अंत में यह आठ बजे अस्त हो जाएगा।

दुनिया में पड़े जाते हैं वीनस के कसीदे

अब बात शुक्र की करें तो इसकी बात ही निराली है। वीनस के कसीदे पूरी दुनिया में पड़े जाते हैं। इसकी सुंदरता मनमोहक है, मन मोहनी है। यह सौर मंडल का सबसे अधिक खूबसूरत ग्रह है। यह पृथ्वी का सिस्टर प्लैनेट है। इन दिनों यह शाम को निकल रहा है। सूर्यास्त के बाद ही इसे देखा जा सकता है। जिस कारण इसे इन दिनों इवनिंग स्टार के नाम से भी जाना जाता है। दिसंबर के अंत तक यह सूर्यास्त के लगभग 70 मिनट बाद अस्त हो जाएगा।

बुध ग्रह की पहचान थोड़ा चुनौती भरा 

बुध ग्रह शुरू का सबसे नजदीकी ग्रह है। इसे देखना इतना आसान नही होता। इसकी वजह सूर्य की रोशनी है, जिसकी चकाचौंध में इसे ढूंढ पाना आसान नही होता। इसे सूर्यास्त के ठीक बाद तलाश करें। दिसंबर के पूरे महीने इस मायावी ग्रह की दृश्यता में सुधार आता चला जाएगा। एस्ट्रोफोटोग्राफर के लिए इसकी तस्वीर लेना बड़ी चुनौती भरा होता है।

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श्रोत: अर्थस्काई

फोटो: मंगलवार की रात को इस तरह से नजर आया सौर मंडल का सबसे बढ़ा ग्रह बृहस्पति:बबलू चन्द्रा।


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