ग्रहों की खोजकर आप भी बन सकते हैं एस्ट्रोनोमर, नासा कर रहा है मदद 

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ग्रहों की खोजकर आप भी बन सकते हैं एस्ट्रोनोमर, नासा कर रहा है मदद 

निःसंदेह आप भी वैज्ञानिक बन सकते हैं। खगोल विज्ञान के क्षेत्र में वैज्ञानिक बनाने की अपार संभावनाएं हैं और यह संभावना और अधिक प्रबल हो जाती हैं, जब दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी नासा आपकी मदद करने जा रहा हो। जानिए इस दिशा में किस तरह आप इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

करनी होगी बाहरी ग्रहों की खोज

एक्सोप्लैनेट यानी हमारे सौर मंडल के बाहर के तारे का चक्कर लगा रहे ग्रह हैं, जो बाहरी ग्रह कहलाते हैं और खास बात यह है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ऐसे बाहरी ग्रह की खोज के लिए आसमान में दिलचस्पी रखने वाले अथवा आमजन से मदद मांगी है साथ ही खोज की दिशा में आपकी मदद करने जा रहा है। किसी ग्रह की खोज करना बेहद दिलचस्प विषय है। दुनिया में ऐसे करोड़ों लोग हैं, जो खगोल के प्रति रुचि रखते हैं। इन्ही आमजनों में ऐसे लोगों की कमी भी नही है, जिन्होंने क्षुद्र ग्रह, धूकेतुओं व बाहरी ग्रहों की खोज कर खगोल विज्ञान की दुनिया में कीर्तिमान हासिल किया है और एमेच्योर वैज्ञानिक बन गए। अब नासा ने इस दिशा में लोगों से अध्ययन कर खगोल विज्ञान को आगे ले जाने की अपील की है और इस अध्ययन का नाम एक्सोप्लैनेट वॉच दिया है।

बाहरी ग्रहों की खोज के लिए नासा ने गाइड लाइन भी जारी की है

एक्सोप्लैनेट्स का अध्ययन और पता लगाने में मदद के लिए एक छोटी टेलीस्कोप या अपने स्मार्टफोन का उपयोग कर सकते हैं। नासा की एक्सोप्लैनेट वॉच नामक परियोजना जनता के लिए खगोलविदों का अध्ययन करने और दूर की नई दुनिया खोजने में मदद करने का एक अनूठा तरीका है। नए ग्रह की खोज के लिए छह इंच (15-सेमी) का एक छोटा टेलीस्कोप भी आस-पास के कुछ सितारों के ग्रह के पारगमन का पता लगा सकता है। पारगमन तब होता है जब कोई ग्रह अपने तारे के सामने से गुजरता है तो तारे की चमक कुछ कम हो जाती है और जब ग्रह तारे के सामने से गुजर जाता है तो तारे की चमक पूरी लौट आती है। इसे आप ग्रहण के रूप में भी समझ सकते हैं। आपने देखा भी है कि सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य के सामने आ जाता है और पृथ्वी में सूर्य की रोशनी कम पड़ती है। क्योंकि चन्द्रमा सूर्य की काफी रोशनी रोक लेता है। यह पारगमन यानी ट्रांजिट कहलाता है, जबकि एक तरह से यह भी ग्रहण है।

मोबाइल फोन से भी हो सकती है खोज

यदि आपके पास टेलीस्कोप नहीं है, तब भी आप एक्सोप्लैनेट वॉच में भाग ले सकते हैं। आप डेटा डाउनलोड करने के लिए अपने स्मार्टफोन का उपयोग कर सकते हैं । 10 साल के एक्सोप्लैनेट ट्रांज़िट देखने में मदद करता है। जिसमें डेटा नए ग्रहों को प्रकट कर सकता है, एक्सोप्लैनेट वॉच के सदस्य ज्यादातर पहले से खोजे गए ग्रहों के डेटा को देखते हैं। इससे खगोलविदों को उन ग्रहों की कक्षाओं के बारे में और जानने में मदद मिलती है।

एक्सोप्लैनेट वॉच के प्रतिभागी बनें

एक्सोप्लैनेट वॉच के प्रतिभागी एक्सोप्लैनेट ट्रांजिट इंटरप्रिटेशन कोड (एक्सोटिक) सॉफ्टवेयर का उपयोग कर सकते हैं। प्रोजेक्ट वेबसाइट में आरंभ करने के लिए सहायक ट्यूटोरियल और गाइड को शामिल किया गया है।इसकी मदद से खोज के संदर्भ में मदद मिल सकती है।

यूनिवर्स ऑफ लर्निंग प्रोग्राम का हिस्सा

एक्सोप्लैनेट वॉच नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) द्वारा प्रबंधित एक नागरिक विज्ञान परियोजना है, जो नासा के यूनिवर्स ऑफ लर्निंग प्रोग्राम का हिस्सा है। यह 2018 में शुरू हुआ, लेकिन अब यह बड़े पैमाने पर जनता के लिए आसानी से उपलब्ध है। जिसमें कोई भी भाग ले सकता है। खगोलविदों ने अब तक बाहरी 5,000 से अधिक ग्रहों की पुष्टि यानी खोज कर चुके है।

https://space23lyear.com

Not *यूरेनस ग्रह की खोज एक संगीतकार ने की थी*(स्पेस23लाइटईयर के आगामी अंक मे)

श्रोत व फोटो: नासा/जेपीएल-कैल्टेक।

 

 


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