सूर्य पर उभरा खतरनाक उग्र सनस्पॉट  

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सूर्य पर उभरा खतरनाक उग्र सन स्पॉट  

सूर्य के दक्षिण-पूर्व किनारे)पर विशाल क्षेत्र में सन स्पॉट उभर आया है। वैज्ञानिक इसे उग्र स्वभाव का सन स्पॉट मान रहे हैं। अभी तक यह सन स्पॉट सूर्य के पिछले हिस्से में था, लेकिन अब वह आगे की ओर बड़ रहा है। जिसमें से बड़ी सौर ज्वालाएं उठने की संभावना वैज्ञानिक जता रहे हैं। साथ ही इससे निकलने वाले भू चुम्बकीय सौर तूफान पृथ्वी तक पहुंच सकते हैं। जिस कारण दुनिया के सौर वैज्ञानिक सूर्य पर पैनी नजर रखे हुए हैं।

पृथ्वी से कई गुना बड़ा उग्र सनस्पॉट क्षेत्र है AR3153

यह उग्र सनस्पॉट क्षेत्र AR3153 है। इसके भड़कने की संभावना को लेकर वैज्ञानिक इसे उग्र प्रवृत्ति का मान रहे हैं। यह पृथ्वी से कई गुना विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। नासा के एसडीओ ने इसकी तस्वीर ली हुई है। यह क्षेत्र आज सूर्य पर सबसे बड़ा है। सनस्पॉट AR3153 सूर्य के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में आकार में चतुर्भुज जैसा दिखाई दे रहा है। यह तेजी से सूर्य के पृथ्वी के सामने वाले हिस्से का सबसे बड़ा है और उग्रता के साथ फैला हुआ है। इस सन स्पॉट ने पिछले दिनों सी क्लास की कई ज्वालाएं निकाल हैं। खास बात यह है कि इसके ठीक बगल में एक और नया सनस्पॉट उभर आया है।

सूर्य के भूमध्य रेखा में बने दो और कोरोनल होल 

सूर्य के सौर वृत्त यानी भूमध्य रेखा पर दो कोरोनल होल हुए हैं। जो साफ नजर आ रहे हैं। अब वह सूर्य के पश्चिम किनारे के करीब पहुंच रहे है। इसके अलावा मध्य रेखा के पूर्व में एक नया कोरोनल होल उभर आया है। पिछले दिनों आठ सी-क्लास फ्लेयर्स और दो बी-क्लास फ्लेयर्स यानी ज्वाला निकली हैं।

सौर ज्वालाओं का अगले 24 घंटे का पूर्वानुमान

वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान है की अगले 24 घंटे C क्लास की ज्वाला के 60% संभावना है, जबकि , M क्लास की 15% संभावना बनी हुई है और सबसे बड़ी X फ्लेयर्स की 5% संभावना का पूर्वानुमान है। गत दिवस 1 दिसंबर, 2022 को M1.0 फ्लेयर निकली थी। जिससे निकला CME यानी भू चुम्बकीय सौर तूफान का असर पृथ्वी के बहुत दूर उत्तर में देखा गया। बहरहाल आज सूरज के दो सनस्पॉट सक्रिय हैं। इन सन स्पॉट को AR3151 और AR3152 नाम दिए हुए हैं। इनके अलावा एक और सन स्पॉट बना हुआ है। कुल मिलाकर सूर्य पर आज चार सन स्पॉट बने हुए हैं। जिनमें AR3153 को सार्वाधिक सक्रिय व उग्र माना जा रहा है।

डा वहाबुद्दीन, एरीज

आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के पूर्व निदेशक व वरिष्ठ सौर वैज्ञानिक डा वहाबुद्दीन का कहना है कि सॉरी मैक्सिमा के दौर से गुजर रहा है। इस सोलर साइकिल के शुरुवाती चरण में सूर्य अधिक सक्रिय नहीं था, लेकिन अब बेहद सक्रिय हो चला है। जिस कारण सूर्य पर लगातार सन स्पॉट बन रहे हैं और अभी x श्रेणी की अनेक ज्वालाएं निकल चुकी हैं। AR3153 सन स्पॉट से बड़ी फ्लेयर निकलने की आशंका बना हुई है। जिससे भू चुम्बकीय तूफान का असर पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों में पहुंचने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है।

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श्रोत: स्पेसवेदरडॉटकॉम व डा वाहबुद्दीन, एरीज

वीडियो: एसडीओ

 

 

 

 


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