यहां बर्फ से भी पैदा हो सकती है गर्मी
बर्फ से भी गर्मी पैदा होती है, ये जानकर आपको हैरानी होगी, लेकिन ये सच है और शत प्रतिशत सच है। इस अजूबे सच का खुलासा वैज्ञानिकों की नई रिसर्च से किया है, जो शनि ग्रह के छल्लों और उसके शनि में की गई। इस रिसर्च में यह रहस्य पहली बार जानने को मिला कि शनि के छल्लों से शनि पर होने वाली बर्फीली बरसात से शनि ग्रह के तापमान में वृद्धि होती है। नासा के वैज्ञानिकों ने इसका खुलासा किया है। इस शोध में पिछले 40 सालों के आंकड़े जुटाए गए।
शनि के छल्ले करते हैं शनि ग्रह पर बर्फ की बरसात
दरसल शनि ग्रह हमसे करोड़ों किमी दूर है और सूर्य से इसकी दूरी बहुत दूर होने के कारण यह हमेशा ठंडा रहता है और इसके छल्ले बर्फ से आच्छादित रहते हैं। इसके छल्ले ही शनि को खूबसूरत बनाते हैं। इस ग्रह के छह दर्जन से अधिक उपग्रह हैं और टाइटन इसका सबसे बढ़ा उपग्रह है। जिसमे जीवन को लेकर संभावनाएं जताई जा रही है। इधर हम बात कर रहे हैं शनि के वातावरण को गर्म करने वाले उसके छल्लों की बर्फीली बारिश की, तो जानते हैं कि यह कैसे संभव है।
पराबैंगनी विकिरण की मौजूदगी से हो पाया खुलासा
इस रिसर्च में 40 सालों के आंकड़े लिए गए। ये डेटा वायोजर 1 और वायोजार 2 के अलावा कई अन्य दूरबीनों से लिए गए। जिससे पता चला कि शनि के वातावरण में बेशुमार मात्रा के पराबैंगनी विकिरण है। जिसे वैज्ञानिक शनि के वातावरण में गर्म हाइड्रोजन की वर्णक्रमीय रेखा के रूप में देखते हैं। विकिरण में टक्कर का मतलब है कि कुछ दूषित हो रहा है और ऊपरी वातावरण को बाहर से गर्म कर रहा है। वैज्ञानिकों को प्रत्यक्ष प्रमाण मिल गया।
नासा के वैज्ञानिकों ने की घोषणा
नासा के वैज्ञानिकों का यह शोध 30 मार्च को प्लैनेटरी साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस खोज में पेरिस में इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स के लोट्फी बेन-जेफेल, एरिजोना विश्वविद्यालय में चंद्र, ग्रह प्रयोगशाला ने नासा के हबल स्पेस टेलीस्कॉप , कैसिनी की तस्वीरों के अलावा वायेजर 1 और 2 अंतरिक्ष यान और अंतर्राष्ट्रीय अल्ट्रावॉयलेट एक्सप्लोरर मिशन का डेटा शामिल किया ।
दूसरे बर्फीले ग्रहों को लेकर महत्वपूर्ण है यह खोज
शनि की विशाल वलय प्रणाली विशाल ग्रह के ऊपरी वातावरण को गर्म करने वाली यह खोज पहली बार हुई है। यह वास्तव में अद्भुत घटना है या इसे अनोखा चमकदार भी कह सकते हैं। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारे सौर मंडल से बाहर दूसरे बर्फीले ग्रहों के वातावरण को समझने में यह खोज महत्वपूर्ण हो सकती है।
स्रोत: शनि के ऊपरी वायुमंडल में परमाणु हाइड्रोजन की गूढ़ प्रचुरता। अर्थ स्काई के माध्यम से।
फोटो : नासा ।
Journalist Space science.
Working with India’s leading news paper.
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