जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (JWST) की आश्चर्यजनक खोज

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जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (JWST) की आश्चर्यजनक खोज

खगोलविदों ने पृथ्वी से 40 प्रकाशवर्ष दूर दो तारों की परिक्रमा कर रहे एक आश्चर्यजनक ग्रह को खोज निकाला है। इस ग्रह का वातावरण बढ़ा अजीब है, निरंतर आगे पीछे खिसकते रहते है। किसी सौर मंडल का यह पहला ग्रह है, जिसे देखकर वैज्ञानिक आश्चर्य में पड़ गए। यह हमसे बहुत अधिक दूर नही है। जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप JWST के जरिए यह खोज हो पाई है। यह ग्रह दो तारों की परिक्रमा करने वाला गजब का ग्रह है। इसके वातावरण को देखकर नही लगता कि इसमें जीवन संभव है। बहरहाल इसके आगे का अध्ययन जारी हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस ग्रह की खोज से उनकी समझ बढ़ी है। इस ग्रह का नाम वीएचएस 1256 बी है।

सबसे अनूठा है यह ग्रह

वैज्ञानिक कहते हैं कि हमारे अपने जैसे ग्रह की तलाश में जद्दोजहद में खगोलविद कई वर्षों से करते आ रहे हैं। अभी तक हजारों बाहरी ग्रहों की खोज अभी तक की जा चुकी हैं। जिन्हे खोजने में कैप्लर की बड़ी भूमिका रही है। जिनमें हर कोई नया ग्रह अपनेआप में खासियत लिए होता है। मगर इस बार मिला ग्रह सबमें अनूठा है। इस ग्रह के बादल सिलिकेट धूल से भरे हुए मडराते हैं, जो लगातार ऊपर उठाते हैं और आपस में मिलकर नीचे गिरते हैं। यह बेहद तेज गति से आगे बढ़ जाते हैं। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने इस ग्रह की प्रत्येक गतिविधि को देखा और कैमरे में उतारा।

22 घंटे का दिन है इस ग्रह का

जेम्स टेलिस्कोप द्वारा ली गई इस तस्वीर में इसके वातावरण में घूमने वाले बादल साफ नजर आते हैं। खोजकर्ता वैज्ञानिकों का कहना है कि इस ग्रह का दिन 22 घंटे का होता है। दिन के समय इसका वातावरण ऊपर की ओर उठन शुरू होता है और अपने वायुमंडल को खुद में समेत लेता है। गर्म गैसों को ऊपर की ओर लाता है और उन्हे ठंडा कर नीचे की ओर धकेल देता है। यह इसकी रोज की प्रक्रिया है।

इसकी चमक भी परिवर्तनशील है

 इसकी चमक में निरंतर बदलाव आता है, जो अत्यंत नाटकीय है। यही वजह है कि यह अभी तक का ज्ञात सबसे परिवर्तनशील ग्रह है। एरिज़ोना विश्वविद्यालय के ब्रिटनी माइल्स के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम ने यह शोध किया। जिसके वेब टेलिस्कोप के डेटा के साथ पानी, मीथेन और कार्बन मोनोऑक्साइड का पता लगाया। साथ ही इस ग्रह पर कार्बन डाइऑक्साइड के मौजूदगी के प्रमाण भी प्राप्त हो पाए। यह हमारे सौर मंडल के बाहर किसी दूसरे ग्रह पर एक साथ पहचाने गए अणुओं की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। यह ग्रह एक नही बल्कि दो तारों की परिक्रमा कर रहा है।

830 डिग्री सेल्सियस पहुंचता है इसका तापमान

यह हद से अधिक गर्म है, जो इस ग्रह पर जीवन की संभावना पर विराम लगा देता है। इसका अधिकतम तापमान 830 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। अधिक गर्म होने के कारण इसमें मानव योग्य जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इस ग्रह को अपने दोनों तारों की परिक्रमा करने में 10 हजार साल का समय लग जाता है। यह ग्रह हमारे सूर्य से प्लूटो की तुलना में अपने सितारों से लगभग चार गुना अधिक दूर से परिक्रमा करता है।

जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप सातवें आसमान पर

जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप को नासा समेत इनकी सहयोगी स्पेस एजेंसियों ने अंतरिक्ष के सातवें आसमान के स्थापित किया है, यह ऊंचाई 15 लाख किमी से भी अधिक है। जेम्स की हर तस्वीर आश्चर्यजनक होती हैं। दुनिया के वैज्ञानिकों की यह सबसे बड़ी आंख हैं, जो ब्रह्माण्ड के अनंत सागर में झांकने की क्षमता रखती है।

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श्रोत: नासा व ई एस ए

फोटो: JWST


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