प्रलयकारी खगोलीय घटना की खोज – तारे को निगल गया सूपरमैसिव ब्लैक होल 

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प्रलयकारी खगोलीय घटना की खोज – तारे को निगल गया सूपरमैसिव ब्लैक होल 
अंतरीक्ष भयानक हादसों की अनंत दुनिया है। इसकी अथाह गहराइयों में कब क्या हो जाए, कोई नहीं जानता। अब एक ऐसे ही खतरनाक घटना सामने आई है। इस घटना में एक विशाल ब्लैक होल तारे को निगल रहा है। ब्लैक होल के मूंह में फसे तारे से जबरदस्त रोशनी बाहर निकल रही है। यह रोशनी जेट के रूप में तेज गति से बाहर निकल रही है।  नासा, कैल्टेक और कई अन्य स्पेस एजेंसियों के वैज्ञानिक ने पहली बार पृथ्वी की ओर तेज रोशनी के साथ इस घटना का पता लगाया है। खगोलविदों ने कैलिफोर्निया में पालोमर वेधशाला पर आधारित ऑल-स्काई सर्वे ज़्विकी ट्रांसिएंट फैसिलिटी का इस्तेमाल किया। साथ ही हव्वल समेत एक्स-रे, पराबैंगनी, ऑप्टिकल और रेडियो वेवलेंथ बैंड में इस फ्लैश यानी जेट को देखा। इसकी सच्चाई जानने के खगोलविदों ने इस जेट का नाम एटी 2022सीएमसी दिया है।
 ब्लैक होल के जेट की दिशा पृथ्वी की ओर
 खगोलविदों की अंतरराष्ट्रीय टीम का कहना है कि उसने इस तरह की घटना के दौरान एक सुपरमैसिव ब्लैक होल से अब तक देखे गए पदार्थ के सबसे चमकीले जेट का पता लगाया है। इस जेट की दिशा  सीधे पृथ्वी की ओर है। इस जेट की गति 99.99 प्रतिशत प्रकाश की गति है।
प्रलयकारी खगोलीय घटना का पर्दाफाश
खगोलविदों ने इस साल के शुरुआत में पहली बार गहरे अंतरिक्ष में प्रकाश की एक जबरदस्त चमक देखी, तो  आश्चर्यचकित हो गए। यह चमक हमारे सूर्य की चमक से  1,000 ट्रिलियन  अधिक थी। जिसमे सुपरमैसिव ब्लैक होल से निकलने वाली सामग्री के एक जेट से उत्पन्न हुआ।  ब्लैक होल संभवतः किसी तारे को खा रहा था। प्रकाश की चमक इतनी तेज थी कि इस जेट का लक्ष्य पृथ्वी की ओर था। काफ़ी जांच पड़ताल के बाद मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) और दुनिया भर के अन्य संस्थानों के शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने इस प्रकायकारी खगोलीय घटना का पर्दाफाश कर दिया है।
जेट से हमारी धरती को कोई खतरा नही
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस जेट से पृथ्वी को  कोई खतरा नहीं था। क्योंकि यह ब्लैक होल और उसके जेट हमारी मिल्की वे आकाशगंगा से बहुत दूर है, जो  पृथ्वी से लगभग 8.5 बिलियन प्रकाश-वर्ष दूर हैं। शोधकर्ताओं ने 30 नवंबर, 2022 को नेचर एस्ट्रोनॉमी में  नए सहकर्मी-समीक्षित पेपर में अपनी खोज की खबर प्रकाशित की। किसी ध्वस्त तारे से निकलने वाला जेट के बारे में कम ही लोग हैं, की वह कितना  खौफनाक होता है। वह अपने मार्ग पर आने वाले किसी भी तारे ग्रह को खत्म करने की ताकत रखता है। मगर यह जेट जितनी दूर है, उससे हमारी धरती को कोई खतरा नही है।
 अब तक का सबसे दूर का और चमकीला टीडीई
 यह अब तक दर्ज किया गया सबसे चमकीला टीडीई था और 8.5 बिलियन प्रकाश-वर्ष पर सबसे दूर भी है। वैज्ञानिक कहते हैं कि यह अब तक ज्ञात ब्रह्मांड में आधे से अधिक दूरी पर है। इसकी अत्यधिक चमक को लेकर खगोलविदों का कहना है कि जब ब्लैक होल ने तारे को निगलना शुरू किया, तो उसने सामग्री का एक विशाल सापेक्षतावादी जेट उत्सर्जित किया। यह अपने आप में असामान्य नहीं है। इससे ज्वारीय विघटन की घटना सामान्य से अधिक चमकीली दिखाई दे सकती है। वैज्ञानिक इसे डॉपलर बूस्टिंग या रिलेटिविस्टिक बीमिंग कहते हैं। बर्मिंघम विश्वविद्यालय के खगोलविदों ने एटी 2022सीएमसी का निरीक्षण करने के लिए चिली में यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला के बहुत बड़े टेलीस्कोप का उपयोग किया। तब उन्हे पता कि जिस आकाशगंगा में यह घटना हुई वह उनके पहले के अनुमान से कहीं अधिक दूर थी।
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स्रोत: एक ब्रह्मांडीय ब्लैक होल द्वारा एक तारे के विघटन के बाद एक सापेक्षवादी जेट का जन्म
फोटो: ईएसओ/ एम. कोर्नमेसर के माध्यम से प्रतीकात्मक छवि।

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