16 प्रकाश वर्ष दूर होगी हमारी दूसरी दुनिया

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 16 प्रकाश वर्ष दूर होगी हमारी दूसरी दुनिया

शहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने कुछ साल पहले कहा था कि पृथ्वी का भविष्य सौ साल से ज्यादा नजर नहीं आता। एक ऐसा महान वैज्ञानिक, जिसने समूचा जीवन अंतरीक्ष के अंधेरे को समर्पित कर दिया, उसका ये बयान चेताने वाला था की वक्त रहते हमें अपने रहने के लिए दूसरी दुनिया ढूंढ लेनी चाहिए। स्टीफन का यह बयान डराने से कहीं अधिक सावधान करने वाला था और इसका असर लगातार दूसरी दुनिया की तलाश के रूप में नजर भी आने लगा है। स्टीफन की मृत्यु को भी एक दशक भी नही बीता है और दुनिया के वैज्ञानिकों ने एकजुट होकर कुछ धर्तियां तलाशी हैं, जिनमें जीवन की संभावनाएं बनती हैं। मगर अब जो नई धरती मिली है, वह पहले तलाशे गए ग्रहों की तुलना में कहीं अधिक पृथ्वी के समान हैं।

एक साथ दो रहने योग्य ग्रहों की खोज

खगोलविदों ने अब एक लाल तारे के चक्कर काट रहे दो ग्रहों की खोज निकाले हैं। यह तारा बौना है। दोनो ग्रह रहने योग्य क्षेत्र की परिक्रमा करते हैं। इनका द्रब्यमान पृथ्वी जितना ही है। वह हमसे 16 प्रकाश-वर्ष से भी कम दूर है। इनका पृथ्वी के आकार के समान है। इन दोनो नई दुनिया की खोज की 15 दिसंबर को की गई। इस खोज में खगोलविदों की अंतरराष्ट्रीय टीम शामिल रही।

*खुला सवाल छोड़ गए थे हॉकिंग*
इस विशाल ब्रह्माण्ड मे सिर्फ धरती मे ही जीवन का अस्तित्व हो ये असंभव है। पृथ्वी मे भी आधुनिक होमो सेपियंस ( बुद्धिमान मानव) का अस्तित्व भी पिछले डेढ़-दो लाख वर्षो मे ही आया। महायुद्ध, महाविनाशकारी परमाणु बम, तेजी से दूषित होती धरती ने मानव सभ्यता को सोचने मे विवश कर दिया है। प्रख्यात ब्रह्मांडविद स्टीफन हॉकिंग मृत्यु से पूर्व एक खुला सवाल छोड़ गए- कि राजनीतिक, सामाजिक व पर्यावरण की अंध व्यवस्था मे मानव जाति इतनी बुरी फंस चुकी है कि सैकड़ो साल बाद अपना अस्तित्व कायम रखने के लिए संघर्ष करेगी। हाकिंग ने कहा था कि 100 साल बाद मानव कैसी अस्तित्व कायम रखेगी इसका जवाब खुद हॉकिंग के पास भी नहीं था।

हमारे पड़ोसी हैं ये दुनिया 

वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने अपनी आकाशगंगा में पड़ोस में दो और दुनिया खोज निकाली हैं। ये संसार 16 प्रकाश-वर्ष से भी कम दूर हैं, और हो सकता है कि इससे भी ज्यादा करीब हो। खास बात यह है कि यह रहने योग्य है और इसमें तरल पानी मौजूद हो सकता है।

जर्नल एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स में प्रकाशित होने जा रही खोज

कैनरी द्वीप समूह के एस्ट्रोफिजिक्स संस्थान के शोधकर्ताओं ने खोज करने वाली वैज्ञानिक टीम का नेतृत्व किया। अब जर्नल एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स में यह खोज प्रकाशित होने जा रही है।

ग्रहों के नाम GJ 1002b व GJ 1002c

इन दोनों ग्रहों के नाम GJ 1002b और GJ 1002c है। इनके बौने तारे GJ 1002 नाम दिया गया है। तारकीय दूरियों के मामले में यह तारा हमसे बहुत करीब है। GJ 1002b को अपने तारे की परिक्रमा करने में 10 दिन लगते हैं, जबकि GJ 1002c को 21 दिन का सफर तय करना पड़ता है। तारा GJ 1002 एक लाल रंग का बौना तारा है, जो हमारे अपने सूर्य से छोटा और ठंडा है। किसी भी ग्रह पर रहने की संभावना के लिए यह बहुत अच्छा नहीं लग सकता है, लेकिन लाल बौनों के अपने रहने योग्य क्षेत्र होते हैं, ठीक वैसे ही जैसे सूरज जैसे तारे करते हैं। ये ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें किसी ग्रह की सतह पर तरल पानी मौजूद हो सकता है।

पृथ्वी के द्रब्यमान का आठवां हिस्सा

तारा GJ 1002 एक लाल बौना तारा है, जिसका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का बमुश्किल आठवां हिस्सा है। यह काफी ठंडा है और मंद चमकीला तारा है। दोनों नए ग्रह इस रहने योग्य क्षेत्र के भीतर परिक्रमा करते हैं। वैज्ञानिक कहते हैं कि दोनों ग्रह में संभावित रूप से जीवन के लिए उपयुक्त स्थितियाँ हो सकती हैं। दोनों ग्रह जीवित हैं या नहीं, इसकी जानकारी अभी नही है। मगर निश्चित रूप से रहने योग्य क्षेत्रों के अंदर के ग्रह जीवन के साक्ष्य की तलाश शुरू करने के लिए सबसे अच्छे स्थान हैं।

वेब स्पेस टेलीस्कोप से होगी दोनों ग्रहों पर जीवन की अगली तलाश 

इन दोनों ग्रहों पर संभवतः पहले से जीवन हो। अगर तरल रूप में पानी होगा तो वहां किसी न किसी रूप से जीवन भी हो सकता है। लिहाजा इन दोनों ग्रहों को नजदीक से देखना होगा। इसके लिए विशाल वेब स्पेस टेलीस्कोप का सहारा लिया जाएगा। एक खास बात यह है कि वैज्ञानिक इन ग्रहों के वायुमंडल का अध्ययन आसानी से कर सकते हैं।

https://space23lyear.com

NASA/ SETI संस्थान के माध्यम से छवि।

Source: Two temperate Earth-mass planets orbiting the nearby star GJ 1002.

Via Institute of Astrophysics of the Canary Islands.


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